स्वामी विवेकानंद जी के प्रेरक विचार |
हमे अपने सपनों का महल अपने जमीन पर खड़ा करना चाहिए,
किसी और के जमीन पर खड़ा किया गया महल कभी भी ध्वस्त हो सकता है..!
इस दुनियां में असफलता जैसा कुछ भी होता ही नही है,
ये एक खेल है या तो कभी जीतोगे या तो कभी हारोगे |
महान लोग अस्पतालों में पैदा नहीं होते हैं,
महान लोग अपनी इच्छाओं से महान बनते है..!!
ध्यान रहे कोई भी रातों रात सफल नहीं हुआ,
सफलता के लिए समर्पण और एकाग्रता जरूरी है,
क्योंकि मेहनत के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं होता |
जुनून चाहिए लक्ष्य को पाने के लिए,
वरना सपने तो सब देखते है दूसरों को बताने के लिए ।
ज़िंदगी खूबसूरत मोड़ तब नहीं लेती है जब आप उसे सोचते है,
जिंदगी खूबसूरत मोड़ तब लेती है जब आप उसे कमाते है ।
सफलता भाग्य पर नहीं आपके #संघर्ष पर निर्भर करती हैं!🙏🏼
इस लिए जीवन में संघर्ष करते रहिए आपको सफलता जरूर मिलेगी!
चाहे इंसान हो या मनुष्य,
जो अपने विचारों पर जीने का साहस रखते हैं,
उनके विचार ही उनको महान बना देते हैं ।
सफलता का मतलब ये नहीं को आपको किसी से बेहतर बनना हैं,
बल्कि सफलता का मतलब यह हैं की आप अभी जैसे हैं उससे आपको बेहतर बनना हैं ।
मार्ग में बाधाएं आने से मार्ग के बदल लेना उचित हैं,
लेकिन उसके लक्ष्य को बदलना बिल्कुल अनुचित हैं ।
व्यर्थ का खर्चा जीवन की अवस्था को और व्यर्थ की चर्चा मन के अवस्था को खराब कर देती हैं ।
कभी कभी हम गलत नहीं होते,
लेकिन हमारे पास वो समय और शब्द नही होते हैं जो हमे सही साबित कर सके ।
शुरुआत करने के लिए महान होने की जरूरत नहीं हैं,
पर महान होने के लिए शुरुआत करने की जरूरत हैं ।
लोग शांत सिर्फ दो ही स्थितियों में रहते हैं,
या तो वो समझदारी होती हैं,
या तो फिर वो मजबूरी होती हैं ।
बस उतनी ही अहमियत दो किसी को,
जितनी वो तुम्हे देता हैं,
वरना या तो खुद रोओगे या वो तुम्हे रुलाएगा ।
वृक्ष कभी इस बात पर व्यथित नहीं होता को उसने कितने पुष्प खो दिए,
वह सदैव नए फूलों के सृजन में व्यस्त रहता हैं,
जीवन में कितना कुछ खोया इस पीड़ा को भूल कर,
ये सोचना की क्या नया कर सकते हैं,
इसी में जीवन को सफलता हैं ।
सूर्य धीरे धीरे निकलता है और दुनियां को प्रकाशित करता हैं,
उसी तरह जो व्यक्ति सब्र के साथ आगे बढ़ता हैं,
एक एक दिन निश्चित ही ऊपर उठकर अपनी तकदीर बदलता हैं ।
किसी की जिंदगी बर्बाद कर के माफी तो मांग सकते हो,
मगर बर्बाद की हुई जिंदगी को दुबारा सवार नहीं सकते हो ।
अपने मतलब के अलावा कौन किसको पूछता है,
पेड़ जब सुख जाए तो परिंदे भी बसेरा नहीं करते ।
मित्रता कोई स्वार्थ नहीं बल्कि एक विश्वास हैं,
जहां सुख में हसीं मजाक से लेकर संकट तक साथ देने की जिम्मेदारी होती हैं ।
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Hi, hope you are having a Good Day. I am Ajay kumar Chaudhary. I will see your Text and Reply you back As Soon As Possible. Thank You So Much ❤️.